दोस्‍तो आपने कभी ना कभी किसी प्रोडक्‍ट पर बारकोड तो देखा ही होगा और आपने कभी मॉल या किसी बडी शॉप से शॉपिंग की हो तो आपने देखा होगा मॉल के बिल काउन्‍टर पर या बडी दुकान के दुकानदार सामान पर लगे बारकोड से ही सामान का बिल बनाते हैं पर क्‍या आप जानते हैं कि वो इस बारकोड से कैसे बिल बना लेते है और इस बारकोड की शुरूआत कहॉ से हुई और किसने इसकी शुरूआत की अगर नहीं तो आइये जानते हैं बारकोड का आविष्कार किसने किया - Who invented Barcode in Hindi

जानें किसने किया बारकोड का आविष्कार - Who invented Barcode in Hindi

बारकोड का आविष्कार किसने किया - Who invented Barcode in Hindi

बारकोड एक ऐसा कोड होता है जिसमें उस सामान के बारे में सभी जानकारी होती है जैसे कि उस सामान का कलर उस सामान का वजन ऐसी ही अन्‍य जानकारीयॉ बारकोड के अंदर होती है ये सभी जानकारी काली लाइनों और नंबर के रूप में सामान पर होती हैं सबसे पहले इसका इस्‍तेमाल बड़ी-बड़ी कंपनियों में किसी भी तरह के प्रोडक्ट को ट्रैक करने के लिए किया जाता था लेकिन अब इसका इस्‍तेमाल आम तौर पर होने लग गया है 
ये काली लाइन बस और कुछ नहीं होती सिर्फ यह एक कोड ही होता है जो कि समान के ऊपर लगा होता है और इस कोड को मशीनों द्वारा लगाया जाता है और कंपनी अपने कोड स्कैनर द्वारा देखकर अपने प्रोडक्ट को पहचान लेती है और उसके अंदर किसी तरह की गलती होने की भी चांस कम होते हैं वह जो कोड के अंदर डाटा होता है उसे कंप्यूटर में भी आसानी से डाला जा सकता है.

बारकोड का आविष्कार

बारकोड के आविष्कार से पहले 1890 में पंच कार्ड का इस्तेमाल किया जाता था और पंचकार्ड और पंचकार्ड से प्रोडक्ट का ट्रैक रख पाना बहुत मुश्किल था इस मुश्किल से निजात पाने का एक आइडिया Joseph Woodland के दिमाग में आया और उन्‍होंने एक ऐसा कोड बनाने की सोची जो आसान और सुरक्षित हो और इसके बाद उन्‍होने अपनी जॉब छोड दी दरअसल जोसेफ बुडलेंड ड्रेक्सेल विश्वविद्यालय में काम किया करते थे (ड्रेक्सेल विश्वविद्यालय एक निजी शोध विश्वविद्यालय है जिसका मुख्य परिसर फिलाडेल्फिया , पेनसिल्वेनिया में है  इसकी स्थापना 1891 में एक फाइनेंसर और परोपकारी एंथनी जे. ड्रेक्सेल ने की थी) जॉब छोडने के बाद ये पूूूरी तरह से इस कॉन्‍सेप्‍ट पर काम करने में लग गये Joseph Woodland  Morse Code का Concept ले कर Barcode को बनाना शुरू किया. Morse Code में डॉट और डैश का इस्तेमाल किया जाता है और एक दिन Joseph Woodland  के समुन्द्र किनारे पर बैठे हुए थे.और उन्होंने अपने उंगलियों से कुछ लकीरें बना दी और उसी समय उनके दिमाग में यह तरीका आया कि Morse Code में से डॉट और डैश को हटाकर पतली और मोटी लाइन्स का इस्तेमाल करके कोड बनाया जा सकता है Joseph Woodland और Bernard Silver ने मिलकर 1949 में Classifying Apparatus And Method के नाम से पेटेंट दर्ज करवाया इस पेटेंट को 1952 इशू किया गया जो कि Shirking Shape में Bulls Eye जैसा था
1951 में Joseph Woodland  IBM कंपनी को बारकोड स्कैन करने वाली टेक्नोलॉजी डेवलप करने को कहा लेकिन उस समय लेजर टेक्नोलॉजी नहीं थी इसलिए IBM बारकोड स्कैनर को बना नहीं पाए 1960 में लेजर के आविष्कार के बाद Joseph Woodland IBM कंपनी के साथ मिलकर बारकोड स्केनर को बनाना शुरू किया
1962 में Woodland ने अपने आविष्कार का पेटेंट 15000 डॉलर में Philco कंपनी को बेच दिया इसी साल के अंदर Philco कंपनी ने रेडियो कॉर्पोरेशन ऑफ अमेरिका (RCA) को बेच दिया 1967 में नेशनल एसोसिएशन ऑफ फूड चेंज (NAFC) ने पहली बार बारकोड को टेस्ट किया उस समय में बारकोड को मैन्युअली प्रोडक्ट के ऊपर लगाया जाता था. इसी साल में Association Of American Railroads (AAR) में बारकोड को Railroad Car के पहचान के लिए Blue और Red Color से बनाया गया और Car ट्रक सिस्टम को इस्तेमाल किया. जो की इतना सफल नहीं रहा. 1971 में IBM के एंप्लॉय जॉर्ज जे लौरेर ने Rectangle Barcode को बनाया. सबसे पहले 1974 में एक च्विंगम के पैकेट के ऊपर  बारकोड को स्कैनर किया गया और यादगार के तौर पर इस पैकेट को आज भी नेशनल म्यूजियम ऑफ अमेरिकन हिस्ट्री में रखा गया है. और लोग उसको देखते भी है.
आजकल जिस क्‍यूआर कोड का इस्‍तेमाल किया जाता है वह बार कोड का ही अपडेट वर्जन है क्‍यूआर कोड  बारकोड़ की अपेक्षा जल्‍दी रिस्पांस करता है जवकि बारकोड को लगाने के लिए ज्‍यादा जगह की आवश्‍यकता होती है बहीं क्‍यूआर कोड को छोटी जगह पर भी लगाया जा सकता है
बारकोड की शुरुआती पांच संख्याएं निर्माता कंपनी की आईडी संख्या होती है और अगली पांच से उत्पाद की संख्या होती है 

Tag - Barcode Inventor, The History of the Bar Code, History of Barcode Technology, 

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